Smart City Mission in Hindi – आज के आधुनिक जीवन में स्मार्ट सिटी का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में दुनिया के हर देश की सरकार यही चाहती है कि वो अपने देशवासियों के लिए एक उत्तम आधारभूत सुविधाओं का विकास करे ताकि उसके नागरिकों को एक स्वच्छ और स्थायी वातावरण मिल सके, इसी कड़ी में भारत सरकार ने भी अपने 100 बड़े शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की योजना पर काम कर रही है। इस पोस्ट के माध्यम से आप भारत में स्मार्ट सिटीज मिशन (SCM) से जुडी सभी जानकारी हिन्दी में प्राप्त कर सकेंगे।
Smart City Mission in Hindi –
स्मार्ट सिटीज मिशन (SCM) भारत सरकार का एक शहरी विकास कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत सरकार ने देश में 100 से ज्यादा बड़े शहरों को स्मार्ट सिटी में तब्दील करने की योजना पर कार्य कर रही है, अभी तक देश में इस योजना के कई सारे काम हो चुकें है, बाकि और कई शहरों में अभी इस योजना को विकसित किया जा रहा है, यह ऐसी स्मार्ट योजना है यहाँ यह बन गयी है लोग समझ नहीं पा रहे है की दुनिया कितनी एडवांस हो गयी है। इस योजना को 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था, मगर बताया जाता है की इसकी चर्चा कांग्रेस सरकारों से होती आयी है।
एक समय वो भी था, जब हमारे देश को सपेरों और भिखारियों का देश भी कहा जाता था मगर आज हमारा देश दुनिया में एक अच्छे मुकाम तक पहुँच रहा है, आज देश में काफी तरक्की हो चुकी है जिसके कारण आज भारत दुनिया की 6वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है, कई चीजों में हमारा देश दूसरे और तीसरे नंबर पर भी आ गया है, वो दिन दूर नहीं जब भारत भी दुनिया के पावरफुल देशों की लिस्ट में होगा।
एक सर्वे में मुताबिक वर्तमान में भारत में 31% जनसंख्या शहरों में निवास करती है, समय के साथ शहरों की आबादी बहुत तेजी से बढ़ रही है जिसके कारण सरकार को नयी तरह की सिटी डेवलप करना पड़ रहा है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार देश में स्लम आबादी शहरी आबादी की 17.36% थी। अब सरकार इनके लिए घरों की ब्यवस्था करके इनको भी अच्छा जीवन देना चाहती है ताकि स्लम आबादी शहरी आबादी में कम हो सके। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का शुभारंभ भी इसमें काफी अहम् रोल अदा कर रहा है।
स्मार्ट सिटीज मिशन का उद्येश्य –
इस योजना का उद्देश्य भारत के 100 बड़े शहरों को स्मार्ट सिटी में तब्दील कर देना, ताकि लोगों को एक अच्छा वातावरण मिल सके। यह कार्यक्रम काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है आज देश में कई शहरों में यह सक्रिय रूप में कार्यरत है। इस कार्यक्रम के तहत स्थानीय विकास को सक्षम करने और प्रौद्योगिकी की मदद से नागरिकों के लाइफस्टाइल को अच्छा बनाया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी मिशन पर सरकार कितना खर्च कर रही है –
इस कार्यक्रम के लिए सरकार पांच साल में करीब प्रति वर्ष प्रति शहर 100 करोड़ रुपये औसत वित्तीय सहायता देने का प्रस्ताव रख चुकी है, एक सर्वे में मुताबिक सरकार ने 2018 तक 2,05,018 करोड़ रुपए के 5000 से ज्यादा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू कर चुकी है। आगे इस कार्यक्रम के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा 2017-2022 के बीच शहरों को वित्तीय सहायता दी जाएगी, बताया जा रहा है की इस मिशन का 2022 से परिणाम देशवाशियों को दिखना शुरू हो जाएगा।
स्मार्ट शहरों का चयन करने के लिए मानदंड –
- राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का चयन 2 दौर की चयन प्रक्रिया में रखा गया है।
- उसके बाद शहरी विकास मंत्रालय शहरों का चयन करता है।
- चार चरणों में 100 स्मार्ट शहरों का चयन किया जा चुका है।
- अभी तक इस कार्यक्रम के तहत जम्मू और कश्मीर का कोई भी शहर नहीं लिया गया है।
स्मार्ट शहरों में क्या – क्या सुबिधायें होगीं?
1. हमेशा बिजली आपूर्ति होगी
2. पर्याप्त पानी की आपूर्ति
3. एवन क्लास की स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएँ
4. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सहित स्वच्छता
5. एवन क्लास की परिवहन सुबिधा भी विकसित की जायेगी।
6. गरीबों और अन्य के लिए किफायती आवास
7. सुदृढ़ सूचना कनेक्टिविटी और डिजिटलीकरण
8. विशेष रूप से ई-गवर्नेंस और नागरिक भागीदारी
9. एवन क्लास का पर्यावरण विकसित किया जाएगा।
10. सुरक्षा के लिए विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों के लिए काफी ध्यान दिया जाएगा।
Smart City Mission in Hindi से जुडी जानकारी आप को कैसी ?