सांसद आदर्श ग्राम योजना क्या है? इस योजना का उद्देश्य क्या है? यह योजना क्यों बनाई गयी? समय के साथ यह चर्चा में क्यों है? इसमें मुख्य बिन्दु क्या है? आने वाले समय में इसका क्या हाल होगा? से जुडी जानकारी हिन्दी में।
सांसद आदर्श ग्राम योजना क्या है?
(Saansad Adarsh Gram Yojana in Hindi)
- वर्ष 2014 में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र-निर्माण के अच्छे उद्देश्य के लिए इस योजना को लाया गया था।
- इस योजना के तहत लोकसभा सांसदों को वर्ष 2016 तक अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक ग्राम को विकसित करके उसको आदर्श ग्राम बनाने का टारगेट रखा गया था।
- वर्ष 2019 में मोदी फिर से प्रधानमन्त्री बने तो उन्होने तीन और आदर्श ग्रामों का निर्माण 2024 तक करने का टारगेट सांसदों को दिया है।
- इस योजना के विकास में सेवानिवृत्त नौकरशाह, शिक्षाविद, और विभिन्न अनुसंधान संगठनों के सदस्यों को शामिल किया जाता है ताकि वो ग्रामीण इलाकों की सही जानकारी दे सके।
- इस योजना का अध्ययन ‘सामान्य समीक्षा मिशन’ के तहत होता है।
योजना के उद्देश्य –
इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में न्यूनतम एक आदर्श ग्राम का विकास करना था, अब इसकी संख्या बढ़कर तीन हो गयी है जिसको वर्ष 2024 तक पूरा करना होगा। चयनित ग्रामीण गावों को कृषि, स्वास्थ्य, साफ-सफाई, आजीविका, पर्यावरण, शिक्षा आदि के सेक्टर में विकसित करना होगा।
योजना की प्रगति –
योजना के शुरुआत में इसमें तेजी देखने को मिली थी मगर समय के साथ इसमें सांसदों की भागीदारी में कमी देखने को मिल रही है। अभी तक योजना के पाँच चरणों के तहत केवल लगभग 1855 ग्राम पंचायतों का ही चयन हो पाया है। ग्रामीण विकास मंत्रालय’ (Ministry of Rural Development) एक एक सर्वे में पता चला है की ‘सांसद आदर्श ग्राम योजना’ (Sansad Adarsh Gram Yojana – SAGY) सांसदों की रुचि के अभाव और धन की कमी से प्रभावित हो रही है।
आगे इस योजना पर क्या होगा ?
इस योजना को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सरकार आने वाले समय में कई समीक्षा बैठकें करने वाली है ताकि इस योजना को और अच्छे से विकसित किया जा सके।
इस समीक्षा में ग्रामीण विकास की नवीन योजनाओं की परिकल्पना पर अधिक बल दिया जाएगा।
Source: इंडियन एक्सप्रेस